कोणार्क के बारे में जानकारी - Konark in Hindi

कोणार्क के बारे में जानकारी - Konark in Hindi

कोणार्क (Konark), उड़ीसा राज्य में स्थित एक छोटा- सा शहर है, जो सूर्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इस शहर को कोणादित्य (Konaditya) के नाम से भी जाना जाता है, कोणार्क दो शब्दों के मेल से बना है 'कोण' और 'आर्क'। यह शहर अपने मेलों और त्यौहारों के लिए भी दुनिया भर में जाना जाता है। इस शहर में स्थित सूर्य मंदिर, उड़ीसा की एक अनूठी वास्तुकला तथा मूर्तिकला का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। यही नही शहर में हर साल आयोजित होने वाला नृत्य महोत्सव भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक मुख्य केंद्र है। पर्यटक यहां पर मिलने वाले लाजवाब शाकाहारी और माँसाहारी व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं।

कोणार्क के बारे मे -

कोणार्क शहर हस्तशिल्प, हिंदू देवताओं की मूर्तियों, पेंटिंग और लकड़ी एवं पत्थर से बनी विभिन्न सजावटी वस्तुओं के लिए जाना जाता है। यात्री गिफ्ट देने के लिए कढ़ाईदार छाते (Skilfully Embroidered Umbrellas), लैंप, हस्तनिर्मित वस्तुएं, सजावटी सामान, पारंपरिक कपड़े आदि चीजें खरीद सकते हैं।

कोणार्क की यात्रा सुविधाएं -

  • शहर में भ्रमण करते हुए दर्शनीय स्थलों पर लिखे गए नियमों का पालन करें

  • पर्यटक यात्रा के दौरान एक पानी की बोतल हमेशा अपने पास रखें

  • शहर या मंदिर में जहाँ -तहाँ कूड़ा न फेंकें

कोणार्क का इतिहास -

प्राचीन काल में यह शहर, एक ऐतिहासिक गांव था। इसके इतिहास के बारे में तो कोई जानकारी उपलब्ध नही है, लेकिन एक मान्यता के अनुसार इस शहर का नाम पूर्व में कोनकोन था, लेकिन सूर्य मंदिर बनने के पश्चात इसका नाम कोणार्क रख दिया गया।

कोणार्क की सामान्य जानकारी -

  • राज्य - उड़ीसा

  • स्थानीय भाषाएँ - उड़िया (Oriya), बंगाली, हिंदी, अंग्रेजी।

  • स्थानीय परिवहन - टैक्सी, कैब, बस और ऑटो रिक्शा।

  • पहनावा - यहाँ पुरुष धोती- कुर्ता और महिलाएं कटकी, संबलपुरी और बोम्कई नामक साड़ियाँ पहनती हैं। बदलते के समय के साथ यहाँ की युवा पीढ़ी ने पश्चिमी परिधान अपनाया है, जिसके बाद लड़कियाँ अधिकतर सलवार कमीज, जीन्स और लड़के ट्राउजर, टी-शर्ट और कैपरी पहने दिखाई देते हैं।

  • खान-पान - कोणार्क शहर में शाकाहारी (Vegetarian) और माँसाहारी (Non-vegetarian) दोनों ही प्रकार के व्यंजन यहां के लोग बड़े चाव से खाते हैं। यहां की फिश फ्राई (Fish fry) और समुद्री भोजन प्रसिद्ध है। इसके अलावा पर्यटक यहाँ इंडियन, कॉन्टिनेंटल और चाइनीज व्यंजनों का स्वाद भी ले सकते हैं।

कोणार्क के प्रमुख त्यौहार -

  • कोणार्क नृत्य महोत्सव - Konark Dance Festival

यह त्यौहार कोणार्क के प्रसिद्ध त्यौहारों में से एक है, जिसे नृत्य महोत्सव कहा जाता है। यह त्यौहार हर साल दिसंबर महीने में सूर्य मंदिर (Sun Temple) के परिसर (Backdrop) में आयोजित होता है, जिसमें भारत के विभिन्न पारंपरिक नृत्य का प्रदर्शन किया जाता है। प्रतिभावान नर्तकों (Talented Dancers) और उनकी मंडलियां अपना कौशल एवं महारत दिखाने कोणार्क आते हैं। भरतनाट्यम (Bharatanatyam), ओडिसी, मणिपुरी, कथकली, सत्तरीया (Sattriya) आदि शास्त्रीय नृत्य, इस उत्सव की जान होते हैं।

  • माघ सप्तमी - Magha Saptami

माघ सप्तमी मेले को, चंद्रभागा मेले (Chandrabhaga Mela) के नाम से भी जाना जाता है। जनवरी माह में, शुक्ल सप्तमी के दिन मनाया जाने वाला माघ सप्तमी मेला, यहां के प्रमुख त्यौहारों में से एक है। इस दिन लोग विशेष रुप से भगवान सूर्य की पूजा करते हैं। इस दौरान हजारों श्रद्धालु यहां उत्सव में शामिल होने आते हैं।

कोणार्क कैसे पहुंचें -

  • हवाई मार्ग - By Flight

भुवनेश्वर हवाई अड्डा (Bhubaneswar Airport) कोणार्क का नजदीकी हवाई अड्डा है जो शहर से लगभग 64 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पर्यटक हवाई अड्डे से शहर तक पहुंचने के लिए टैक्सी या बस सेवा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

  • रेल मार्ग - By Train

कोणार्क का निकटतम रेलवे स्टेशन पुरी (Puri railway station) और भुवनेश्वर (Bhubaneswar Railway Station) है। पुरी रेलवे स्टेशन से कोणार्क लगभग 31 और भुवनेश्वर से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यात्री यहां से कोणार्क शहर तक जाने के लिए बस या टैक्सी से जा सकते हैं।

  • सड़क मार्ग - By Road

कोणार्क शहर राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य राजमार्गों (NH 117 NH 6, NH 5 ) के माध्यम से पुरी, भुवनेश्वर और ओडिशा के अन्य शहरों के साथ अच्छे से जुड़ा हुआ है। इसका फायदा उठाते हुए पर्यटक यहाँ पहुंच सकते हैं।

कोणार्क घूमने का समय -

कोणार्क की यात्रा के लिए सबसे उत्तम समय अक्टूबर से मार्च माह तक का है।

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