हिन्दुओं का एक पवित्र तीर्थस्थान होने के साथ-साथ एक सुंदर टापू भी है रामेश्वरम (Rameshwaram)। रामेश्वरम शहर तमिलनाडु (Tamil Nadu) राज्य में स्थित है। इसके अलावा रामेश्वरम चार बड़े धामों में से एक है अन्य तीन हैं- द्वारकापुरी, बद्रीनाथ, जगन्नाथ। इस शहर का नाम यहाँ के प्रसिद्ध मंदिर रामेश्वरम से प्रेरित है। दूर तक फैला समुद्र और उसके सुंदर तटीय इलाके प्रकृति की अद्भुत देन हैं।
रामेश्वरम में रामायण की घटनाओं से जुड़े बहुत से चिन्ह आज भी मौजूद हैं, जिनमें रामसेतू, शिवलिंग, धनुष्कोडी महत्वपूर्ण हैं। रामेश्वरम के समुद्र में सीप, शंख तथा कोड़ियाँ मिलती हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। चार धामों में से एक होने के कारण रामेश्वरम में हर वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहाँ ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए आते हैं।
रामेश्वरम में यात्री स्वादिष्ट साउथ इंडियन खाने का आनंद उठा सकते हैं, जो अधिकतर शाकाहारी होता है। इसके अलावा मांसाहारी खाने के शौकीन यहाँ सी फ़ूड का स्वाद चख सकते हैं।
रामेश्वरम में खरीददारी करने के लिए कई अच्छी चीजें हैं। मंदिरों के आस- पास के बाजारों से ताड़ के पत्तों से तैयार किए गए उत्पाद जैसे बास्केट, ज्वैलरी, मसाले के डिब्बे, पंखे आदि खरीद सकते हैं। यहाँ के अधिकतर दुकानों में हैंडमेड सी शैल प्रोडक्ट्स और तांबे की ज्वैलरी व बर्तन भी खरीदे जा सकते हैं। यदि आप रामेश्वरम लिंगम के दर्शन के लिए जा रहे हैं तो ध्यान रहे कि इसके दर्शन का समय सुबह पांच बजे से शाम 6 बजे तक ही है।
रामेश्वरम लिंगम के स्पेशल दर्शन के लिए आप 50 रुपया का टिकट खरीदा जा सकते हैं। यहाँ खाने में अधिकतर स्थानों पर इडली और डोसा ही उपलब्ध रहता है। इसलिए आप चाहें तो घर से खाने का समान लेकर भी यात्रा पर निकल सकते हैं।
यदि आप रामेश्वरम लिंगम के दर्शन के लिए जा रहे हैं तो ध्यान रहे कि इसके दर्शन का समय सुबह पांच बजे से शाम 6 बजे तक ही है।
रामेश्वरम लिंगम के स्पेशल दर्शन के लिए आप 50 रुपया का टिकट खरीदा जा सकते हैं।
यहाँ खाने में अधिकतर स्थानों पर इडली और डोसा ही उपलब्ध रहता है। इसलिए आप चाहें तो घर से खाने का समान लेकर भी यात्रा पर निकल सकते हैं।
रामेश्वर का इतिहास खिजली वंश के शासकों से जुड़ा हुआ है। 16 वीं सदी में इस शहर पर विजयनगर के शासकों का कब्जा था लेकिन इसके बाद 1795 में ब्रिटिश शासकों ने इस पर अपना कब्जा जमा लिया।
राज्य- तमिलनाडु
स्थानीय भाषाएँ- तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम, हिन्दी, इंग्लिश
स्थानीय परिवहन- बस, टैक्सी, ऑटो रिक्शा
पहनावा- तमिलनाडु में रहने वाले पुरुष लुंगी और "अंगवस्त्र" (Angvastra) कही जाने वाली शर्ट पहनते हैं। इसके अलावा यहाँ की महिलाएं साड़ी पहनती हैं जिनमें कांचीपुरम सबसे अधिक पसंद की जाती है। इसके अलावा उत्सवों पर महिलाएं विशेष गहनें पहनती हैं जिसे थलैसामान (Thalaisaamaan) कहा जाता है।
खान-पान- तमिलनाडु शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के भोजन के लिए काफी प्रसिद्ध है परंतु यहाँ का मुख्य भोजन चावल और फलियां हैं। पर्यटकों को यहाँ इडली, डोसा, सांभर, उत्पम, रसम, फिश पुट्टु, कट्टल फिश, क्रैब मीट, बेबी ऑक्टोपस, कीमा वदास जैसे कई स्वादिष्ट भोजन चखने को मिलेंगें।
हवाई मार्ग - By Flight
तमिलनाडु में रामेश्वरम पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा मदुरै अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यहाँ से बस और टैक्सी सेवाएं आसानी से मिल जाती हैं।
रेलवे मार्ग - By Train
राज्य व कई बड़े शहरों जैसे चेन्नई, मदुरै आदि से रामेश्वरम रेलवे स्टेशन द्वारा शहर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
सड़क मार्ग - By Road
इरोड सेंट्रल बस टर्मिनस तमिलनाडु का सबसे बड़ा बसअड्डा है। यहाँ से रामेश्वरम जाने के लिए आसानी से बसें मिल जाती हैं।
रामेश्वरम जाने का सबसे अच्छा समय जुलाई से अगस्त और नवंबर से मार्च का महीना है। यहाँ मार्च से जून में तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है। तापमान बढ़ने के कारण यहाँ बहुत अधिक गर्मी पड़ती है और पर्यटक यात्रा का भरपूर आनंद नहीं उठा पाते हैं।