जामा मस्जिद दिल्ली के बारे में जानकारी- Jama Masjid Delhi in Hindi

जामा मस्जिद दिल्ली के बारे में जानकारी- Jama Masjid Delhi in Hindi

जामा मस्जिद में शाम-ए-रमज़ान - An evening of Ramadan at Jama Masjid in Hindi

माह-ए-रमज़ान यानि बरकतों, इंसानियत, रहमतों और माफी मांगने का महीना। मुस्लिम धर्म में इस्लामिक कैलेण्डर के हिसाब से बेहद पाक नवां महीना "रमज़ान" का माना जाता है। इस्लाम में यह पैगंबर हज़रत मोहम्मद की उम्मत यानि उन्हें मानने वालों का महीना है।

रमज़ान के महीने में शिद्दत से रोज़ा रखने वालों, कलामपाक पढ़ने वालों और अपने खुदा की इबादत करने वालों पर खुदा की ओर से बेइंतहा रहमत बरसती है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार सिर्फ भूखा-प्यासा रहना ही रमज़ान का मक़सद नहीं होता बल्कि इस महीने का मक़सद बुराईयों से दूर रहना होता है।

जब बात हो इस मुबारक त्यौहार की और भारत देश की सबसे बड़ी मस्जिद "दिल्ली की जामा मस्जिद" (Jama Masjid in Delhi) का जिक्र न हो, ये तो नामुमकिन है। रोशनी से जगमगाती जामा मस्जिद, गलियों की सजावट, स्वादिष्ट पकवानों की महक और लोगों का हुजूम, अगर रमजान के पाक महीने की असली रौनक से रूबरू होना चाहते हैं तो पुरानी दिल्ली की जामा मस्जिद जरुर जायें।

वैसे तो इस मौके पर यहाँ पूरा दिन खरीदारी और चहलपहल का सिलसिला चलता है लेकिन शाम का वक़्त अहम् होता है जब इफ्तार के समय लोग तरह-तरह के व्यंजनों का स्वाद लेते नजर आ जाते हैं। जहाँ एक ओर सड़कों के किनारे मिलते लाजवाब पकौड़ियां, चाट, कबाब, फल, खजूर, शर्बत और मिठाइयाँ हैं तो वहीँ कुछ मशहूर रेस्टोरेंट जैसे- करीम, अल-जवाहर, मोती महल आदि के लज़ीज़ पकवान आपको इस महीने की खासियत का एहसास कराएंगे।

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