कोलकाता के बारे में जानकारी - Kolkata in Hindi

कोलकाता के बारे में जानकारी - Kolkata in Hindi

पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता (Kolkata) को "सिटी ऑफ जॉय" के नाम से भी जाना जाता है। कला, इतिहास और साहित्य के क्षेत्र में कोलकाता का बड़ा योगदान रहा है। यह एक समय में अंग्रेजों एवं फ्रांस का उपनिवेश था। यहां स्थित प्राचीन संग्रहालय, स्मारक, राष्ट्रीय पुस्तकालय इसके इतिहास का प्रमाण देते हैं। कला और साहित्य के साथ–साथ कोलकाता अपने रहन- सहन, खान-पान तथा सांस्कृतिक उत्सवों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। यहाँ के रसगुल्ले का स्वाद चखना तो शायद ही कोई पर्यटक भूलता होगा। इसके अलावा मछली से बनने वाले विभिन्न प्रकार के व्यंजन तो ऐसे होते है जिनको देखकर किसी के भी मुंह में पानी आ जाए। कोलकाता में कई पर्यटन स्थल (Places to visit in Kolkata) हैं जैसे विक्टोरिया मेमोरियल, दक्षिणेश्वर काली मंदिर, पारसनाथ जैन मंदिर, भारतीय संग्रहालय आदि। कोलकाता की एक खासियत यह भी है कि यह बेहद मॉर्डन होने के साथ अपने ऐतिहासिक जड़ों से भी जुड़ा हुआ है। 

कोलकाता के बारे मे -

कोलकाता में गरियाहाट बाजार काफी प्रसिद्ध है जहां से पर्यटक कपड़े, गहने, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, साड़ी और फर्नीचर खरीद सकते हैं। इसके अलावा कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट से किसी भी विषय की किताबें खरीद सकते हैं। कोलकाता जाकर यहां की साड़ी अवश्य खरीदनी चाहिए। इनकी क्वालिटी बेहद बेहतरीन होती है। साथ ही खाने-पीने के शौकीन यहां से सूखी मछलियां और रसगुल्ला खरीद सकते हैं।

कोलकाता की यात्रा सुविधाएं -

  • कोलकाता यात्रा घूमते समय यात्री इतिहास की झलक को साथ ले जाने के लिए कैमरा अपने साथ जरूर रखें

  • कोलकाता में मेले और त्यौहारों का आनंद उठाना चाहते हैं तो अक्टूबर से मार्च माह के बीच यहां की यात्रा करें

  • कोलकाता में टैक्सी से यात्रा करते समय थोड़ा सावधान रहना चाहिए

कोलकाता का इतिहास -

कोलकाता का इतिहास बेहद विस्तृत और समृद्ध रहा है। आजादी के समय तो यह क्रांतिकारियों और आजादी के लिए लड़ने वाले नेताओं की सबसे बड़ी कर्मभूमि थी। ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1690 से यहां व्यापार करना शुरू किया था। इसके बाद 1772 में वारेन हेस्टिंग्स नामक एक ब्रिटिश अधिकारी ने कोलकाता को ब्रिटिश शासकों की भारतीय राजधानी घोषित कर दी। 1757 में पूरी तरह यह शहर अंग्रेजों के अधीन आ गया। 1850 के बाद कोलकाता में औद्योगिक विकास की गति तेजी से बढ़ी। कोलकाता के पन्नों को यदि पीछे पलट कर देखें तो पता चलता है कि 1 जनवरी 2001 में इस शहर को अधिकारिक तौर पर "कोलकाता" का नाम दिया गया। जबकि ब्रिटिश शासन काल में इसे "कैलकटा" या कलकत्ता (Calcutta) के नाम से जाना जाता था। कोलकाता ही देश का पहला ऐसा शहर है जहां भूमिगत मेट्रो की शुरुआत हुई। साथ ही भारत में एकमात्र कोलकाता शहर में ट्राम (Tram) चलती हैं। 

कोलकाता की सामान्य जानकारी -

  • राज्य- पश्चिम बंगाल

  • स्थानीय भाषाएँ- बांग्ला, अंग्रेज़ी

  • स्थानीय परिवहन-  मेट्रो, ट्राम, टैक्सी और बस 

  • पहनावा- कोलकाता में रहने वाली महिलाएं बंगाली साड़ी पहनती हैं। इनके साड़ी पहनने का विशेष तरीका होता है जो इनके बंगाली होने की पहचान करा देता है। यहाँ की रेशमी व सूती साड़ी काफी प्रसिद्ध है जिसे तांता कहा जाता है। दूसरी तरफ यहाँ के पुरुष अकसर पैंट शर्ट ही पहनते है लेकिन त्यौहार या विशेष अवसरों पर इन्हें पारंपरिक परिधान रेशमी कुर्ता और धोती पहनते हैं। 

  • खान-पान- कोलकाता के खान-पान में सबसे प्रसिद्ध है चावल और माछेर झोल। इसके साथ ही मिठाईयों (Sweet Dish of Kolkata) में रसगुल्ला एवं मिष्टी दोइ। यहाँ के लोग मछली से बने व्यंजनों को अधिक पसंद करते हैं। इसके अलावा पर्यटक यहाँ काठी रोल, पानी पूरी और चाइनीज खाने का स्वाद भी चख सकते हैं।

कोलकाता कैसे पहुंचें -

  • हवाई अड्डा - By Flight

कोलकाता में हवाई यात्रा द्वारा पहुंचने के लिए पर्यटक यहाँ के नजदीकी हवाई अड्डे नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

  • रेलवे स्टेशन - By train

कोलकाता में दो मुख्य बड़े रेलवे स्टेशन हैं- हावड़ा जंक्शन और सियालदह जंक्शन। 

  • सड़क मार्ग - By road

कोलकता शहर भारत के कई बड़े शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय राज्यमार्ग (NH) 2 और 6 अन्य शहरों और राज्यों को कोलकता से जोड़ता है। 

कोलकाता घूमने का समय -

कोलकाता घूमने का सबसे उचित समय अक्टूबर से मार्च तक का है। कोलकाता में बरसात का मौसम पर्यटन के लिए उचित नहीं माना जाता है। अक्टूबर-नवंबर के महीने में यहां होने वाली दुर्गा पूजा का हिस्सा बनना हर पर्यटक के लिए जीवनभर याद रखने वाला अनुभव हो सकता है।  

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