आगरा सिर्फ मुगल साम्राज्य के स्थापत्य व महलों और बड़े किलों के लिए ही नहीं बल्कि चमड़े के जूते, पर्स व अन्य वस्तुएं, पेठा तथा संगमरमर के पत्थरों के सामान के लिए भी प्रसिद्ध है। आगरा शहर की सबसे मशहूर मार्केट है- "सदर बाजार (Sadar Bazaar)"। आगरा आने वाले पर्यटक इस बाजार से कांच से बने छोटे ताजमहल, संगमरमर से बने आभूषण, बर्तन व सजावट के सामान, मुगल कार्पेट व दरी, पीतल के बर्तन, इत्र आदि की खरीदारी करते दिख जाएंगे। खाने के शौक़ीन पर्यटक सदर बाजार में स्थित "मामा चिकन" स्टॉल जाकर वेज और नॉनवेज दोनों तरह के व्यंजनों का स्वाद चख सकते हैं। इसके अलावा आगरा में किनारी बाज़ार, राजा की मंडी और लोहा मंडी खरीदारी के अन्य विकल्प हैं।
मुग़ल शासक, कला और शिल्प के बड़े दीवाने थे। इसीलिए शहर में कई किलों, महलों के अलावा उन्होंने बाजारों का भी निर्माण करवाया, इनमें प्रमुख था सदर बाजार। आम जनता व शाही परिवार की औरतें भी कभी कभी यहाँ घूमने या खरीदारी करने जाती थीं।
कहते हैं महारानी नूरजहाँ को ज़रदोज़ी (एक प्रकार की कढ़ाई) में खासी दिलचस्पी थी और वो खुद भी अच्छी कढ़ाई कर लेती थी। उनके समय से प्रसिद्ध हुई इस कढ़ाई के कद्रदान आज भी सदर बाजार में दिख जाएंगे, साथ ही पर्यटक यहाँ स्थित दुकानों में ज़रदोज़ी का काम देख सकते हैं।
मंगलवार के दिन सदर बाजार बंद रहता है
गर्मियों के मौसम में जाने से बचें
सदर बाजार सुबह के 11 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक खुला रहता है