मुगल साम्राज्य को वारिस देने वाली रानियों को “मरियम-उज-जमानी” के खिताब से नवाज़ा जाता था। मुगल शासक अकबर के शासनकाल में यह खिताब उनकी पत्नी हरखाबाई (जोधाबाई) को सलीम को जन्म देने के बाद मिला। मरियम-उज-जमानी मकबरे का निर्माण जहांगीर उर्फ सलीम ने उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा (agra) शहर में सन् 1623 को अपनी माँ हरखाबाई की मृत्यु के बाद करवाया था। इस मकबरे को बनाने के लिए लाल ईंट तथा संगमरमर के चूने का इस्तेमाल किया गया है। बिना गुम्बद का यह मकबरा, मुगल वास्तुशिल्प शैली का एक बेहतरीन नमूना है।