केरल के इड्डुक्की जिले में स्थित एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है मुन्नार (Munnar)। समुद्र तल से लगभग 1600 मीटर की ऊंचाई पर बसे इस हिल स्टेशन की खूबसूरती अद्वितीय और अविश्वसनीय है। यदि आप जिंदगी की भागदौड़ से थक गए हैं और शांति की तलाश कर रहे हैं तो आपको मुन्नार से अच्छी जगह नहीं मिल सकती। अपनी प्राकृतिक सुंदरता, घाटियों, घुमावदार पहाड़ियों, वन्य जीव और विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों के अलावा यह स्थान एक और चीज के लिए काफी प्रसिद्ध है "वो है चाय के बागान"। मुन्नार (Travel in Munnar) में रहने वाले लोगों में तमिलनाडु की संस्कृति की झलक दिखाई भी देती है। चाय के बड़े-बड़े बागानों के साथ यहां की वादियां हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। मुन्नार के घरों और बंगलों देखकर पता चलता है कि ब्रिटिश उपनिवेश के दौरान अंग्रेज गर्मी के मौसम में यहीं निवास करते थे। ट्रैकिंग का शौक रखने वाले पर्यटकों के लिए तो मुन्नार और भी अच्छी जगह है क्योंकि दक्षिण भारत की सबसे ऊँची चोटी अनामुड़ी यहीं स्थित है।
मुन्नार में शॉपिंग, एक उत्साहपूर्ण अनुभव है। मुन्नार, चाय, मसालों के बागानों और हस्तनिर्मित उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है, जहां से मसाले, चॉकलेट, चाय आदि की विभिन्न किस्मों को खरीदा जा सकता है। इसके अलावा जॉनसन वूड क्राफ्ट वर्कशॉप (Johnson`s Wood Craft workshop) से लकड़ी से बने सजावट के समान खरीद सकते हैं।
सर्दियों के दिनों में यहां यात्रा करते समय ऊनी कपड़े साथ ले जाना बिलकुल न भूलें
यहां से आप अच्छी किस्म की चाय उचित कीमत पर खरीद सकते हैं
बरसात के मौसम में यहां घूमने का प्रोग्राम बनाने से बचना चाहिए
यात्रा करते समय साथ में थोड़ा बहुत खाने पीने का सामान साथ लेकर चलें
मुन्नार में यात्रा के दौरान रेनकोट अवश्य साथ रखने चाहिए
मुन्नार का इतिहास इसकी सुंदरता से ही जुड़ा हुआ है। ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार 10वीं शताब्दी में लोगों ने यहां अपना बसेरा जमाना शुरू किया था। मुन्नार पर भी ब्रिटिश शासकों का अधिकार हुआ करता था जिसे वह चाय की खेती और गर्मी से बचने के लिए इस्तेमाल किया करते थे। यहां बने रिजोर्ट, होटलों आदि में ब्रिटिश वास्तुकला की झलक साफ देखने को मिलती है।
राज्य- केरल
स्थानीय भाषाएँ- मलयालम और अंग्रेज़ी
स्थानीय परिवहन- बस, टैक्सी, ऑटो रिक्शा
पहनावा- मुन्नार में केरल और तमिलनाडु की मिली- जुली संस्कृति की झलक दिखाई देती है। यहां की महिलाएं मुंडम नेरियतुं (Mundum Neriyathum) नामक परिधान पहनती है। मुंडम कमर के नीचे पैरों तक लपेटा जाता है और नेरियतुं एक प्रकार का ब्लाउज होता है। यह आमतौर पर कपास से बना होता है जो हाथ से बुना जाता है। महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक त्यौहार और कार्यक्रम में सेट साड़ी पहनी जाती है। यहां के पुरुष मुंडम नीचे लपेटते हैं तथा ऊपर शर्ट, जुब्बह पहनते हैं।
खान-पान- खाने पीने के लिए मुन्नार (Food in Munnar) में कई बड़े होटल मौजूद हैं जहां मांसाहारी और शाकाहारी दोनों तरह का खाना मिल जाता है। मन्नार में मिलने वाले अधिकतर व्यंजनों में आपको नारियल के तेल (Coconut Oil) का स्वाद आएगा। यहां पर्यटक डोसा, वडा, इडली, सांभर, अप्पम (Appam), फिश करी (Fish Curry) आदि स्वादिष्ट भोजन का मजा ले सकते हैं।
अट्टुकाल पोंगल - Attukal pongala
यह त्यौहार मुन्नार में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह फरवरी या मार्च के महीने में पड़ता है। इस पर्व में महिलाएं एकत्रित होकर अट्टुकाल देवी की पूजा करती हैं तथा मिट्टी के बर्तन में गुड़, नारियल और चावल का प्रसाद बनाती हैं।
ओणम - Onam
ओणम दूसरा ऐसा त्यौहार है जो मुन्नार में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार दस दिनों तक चलता है जिसमें लोग पूजा, यज्ञ के साथ- साथ नाचते गाते हैं। इस दौरान सर्प नौका दौड़ (snake-boat races) का आयोजन किया जाता है।
हवाई अड्डा - By Flight
मुन्नार जाने के लिए सबसे नजदीकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Nearest Airport to Munnar) कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा स्थित है जहां से आसानी से टैक्सी, बस, ऑटो रिक्शा की सुविधा उपलब्ध है। कोचीन एयरपोर्ट से मुन्नार लगभग 110 किमी. की दूरी पर स्थित है।
रेलवे स्टेशन - By Train
एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन और अलुवा (Aluva) रेलवे स्टेशन मुन्नार के सबसे नजदीक स्टेशन (Nearest Railway to Munnar) हैं और यहां से आगे जाने के लिए भी सुविधाजनक वाहन आसानी से मिल जाते हैं। मुन्नार से एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन लगभग 130 किमी. और आलुवा रेलवे स्टेशन लगभग 110 किमी. की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग - By Road
मुन्नार सड़क मार्ग से भी राज्य के कई बड़े जिलों से जुड़ा है।
मुन्नार जाने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Munnar) नवंबर से फरवरी तक का माना जाता है। इस दौरान यहां का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।