चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य (Chinnar Wildlife Sanctuary) केरल राज्य के मुन्नार शहर में स्थित है। मरुस्थलीय प्रजातियों तथा कांटेदार झाड़ियों से भरा यह अभयारण्य भारत से लुप्त होती भूरे रंग की गिलहरियों का घर है। फॉरेस्ट ट्रेकिंग और वन्य जीवों में दिलचस्पी रखने वालों को यह जगह बिलकुल निराश नही करेगी। चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य में हाथी, चितकबरे हिरन, नीलगिरि तहर, जंगली बैल, लंगूर, भूरी गिलहरी आदि पाए जाते हैं। यह अभ्यारण्य चंदन के पेड़ों के लिए भी विख्यात है।
अगस्त 1984 में इस क्षेत्र को वन्य प्राणियों को संरक्षित करने के लिए वन्यजीव अभयारण्य घोषित कर दिया गया था जिसे बाद में चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य (Chinnar Wildlife Sanctuary) का नाम दिया गया। इसके बाद ही इस क्षेत्र को सांस्कृतिक विरासत और विभिन्न पर्यावरण प्रणालियों से समृद्ध किया गया। इस अभयारण्य को विश्व विरासत की सूची में शामिल करने के लिए काफी समय से विचार किया जा रहा है।
चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य की खास बात यह है कि पर्यटक यहां न केवल लुप्त होते वन्य जीवों को देख सकते हैं बल्कि उसके साथ- साथ वाटर फॉल, ऊंची पहाड़ियां, घने जंगल भी देख सकते हैं। इसके अलावा यहां स्थित चंदन के पेड़ भी मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं।
चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य में घूमने का समय सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक है
भारतीय तथा विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क अलग अलग है
चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य के अंदर आग उत्पन्न करने वाली वस्तुएं जैसे लाइटर, माचिस आदि ले जाना मना है