स्वराज भवन (Swaraj Bhavan), इलाहाबाद शहर में स्थित एक ऐतिहासिक भवन और संग्रहालय है जिसे आनंद भवन के नाम से भी जाना जाता था। एक समय में नेहरु परिवार का घर रह चुकी यह दो मंजिला इमारत अपने आप में भारतीय स्वाधीनता संघर्ष की कहानी बयां करती है। ब्रिटिश शासन के विरोध मे कई घटनाओं का सीधा संबंध यहाँ से रहा है। यहाँ महात्मा गांधी, नेहरु परिवार और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कई वस्तुएं रखी हुई हैं। स्वराज भवन के आस- पास का वातावरण और हरे-भरे घास के मैदान इसको एक शानदार दृश्य प्रदान करते हैं। जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल फंड (Jawaharlal Nehru Memorial Fund) द्वारा इस इमारत को व्यवस्थित रखा जाता है।
मोतीलाल नेहरू ने इस ऐतिहासिक भवन का निर्माण करवाया था तथा 1931 में इसे राष्ट्र को सौंप दिया। 1948 से लेकर 1974 तक इस ऐतिहासिक इमारत का प्रयोग बच्चों की शैक्षणिक गतिविधियों के लिए किया गया और बाद में यहाँ एक बाल भवन की स्थापना कर दी गई। आज बाल भवन को पास की इमारत में स्थापित कर दिया गया है।
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का जन्म यहीं पर हुआ था इसलिए यहाँ के संग्रहालय में इंदिरा गांधी से जुड़ी कई स्मृतियां संभाल कर रखी गई हैं।
स्वराज भवन में लाइट और साउंड शो का आयोजन किया जाता है
स्वराज भवन में प्रवेश करने के लिए पर्यटकों से शुल्क लिया जाता है
पर्यटकों के लिए स्वराज भवन सुबह 9.30 बजे से लेकर शाम के 5.30 बजे खुला रहता है और सोमवार के दिन बंद रहता है