श्रीमद् भागवत गीता के 18 भागों को गीता प्रेस की सफ़ेद संगमरमर की दीवारों पर लिखा गया है। साथ ही, भगवान राम और श्रीकृष्ण के जीवन की घटनाओं का भी चित्रण किया गया है। गीता प्रेस को 1923 ई. में बनवाया गया था, जिसे श्री जयदयाल गोयन्दका ने करवाया था। गीता प्रेस विश्व में हिंदू धार्मिक ग्रंथों के सबसे बड़े प्रकाशकों में से एक है।