लखनऊ शहर में स्थित बड़ा इमामबाड़ा का निर्माण 1785 में नवाब आसिफुद्दौला ने करवाया था। कहा जाता है कि यहाँ दुनिया का सबसे बड़ा गुम्बदाकार कक्ष है। इसे असाफी इमामबाड़ा भी कहते हैं। यह इमामबाड़ा एक किले के समान प्रतीत होता है। गलियारों को छोड़कर पूरे किले में कहीं भी लकड़ी का प्रयोग नहीं किया गया है। किले की उपरी भाग में भूलभुलैया है जिसमें जाने एक बाद बाहर निकलना मुश्किल होता है इसलिए यहाँ बिना किसी निर्देशक (guide) के जाना माना है। असाफी मस्जिद और शाही बावली यहाँ के अन्य आकर्षण हैं।