पंजाब राज्य का पठानकोट शहर कांगड़ा तथा डलहौजी की तलहटी पर स्थित है, जो हिमालय पर्वत श्रृंखला का मुख्य द्वार भी है। सन् 1849 से पहले पठानकोट नूरपुर का ही अंश था, जहां पठान वंश का शासन था। पठानकोट को पर्यटन का केंद्र माना जाता है, क्योंकि यहाँ 900 वर्ष पुराना नूरपुर किला, शाहपुर कंडी किला, जुगियाल नागरी, शिव मंदिर, ज्वाला मंदिर, चिंतपूर्णी व कई अन्य प्रसिद्ध स्थल मौजूद हैं।
बस, रेल, हवाई जहाज या निजी वाहन द्वारा पठानकोट पंहुचा जा सकता है, जो अन्य राज्यों से भली-भांति जुड़ी हुई हैं। फ्लाइट से पठानकोट जाने के लिए गग्गल हवाई अड्डा पहुँच कर टैक्सी या बस ले सकते हैं। पठानकोट जंक्शन तथा पठानकोट छावनी, यहाँ के नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं, जिनके द्वारा पठानकोट पहुंचा जा सकता है।
उत्तर भारत में स्थित होने के कारण पठानकोट की जलवायु समयानुसार ढलती रहती है जो सर्दियों में अधिक सर्द, गर्मियों में अधिक गरम तथा मानसून में अधिक नम हो जाती है। अत: पठानकोट भ्रमण के लिए अक्टूबर से नवम्बर का समय सबसे उचित है।