कोडगु के बारे में जानकारी - Kodagu in Hindi

कोडगु के बारे में जानकारी - Kodagu in Hindi

कोडगु (Kodagu City) कर्नाटक के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है, इसका पुराना नाम कुर्ग (Coorg) था। यहां के खूबसूरत प्राकृतिक नजारे हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इसे 'भारत का स्‍कॉटलैंड' (Scotland of India) भी कहा जाता है। कुर्ग के पहाड़, हरे-भरे जंगल, चाय और कॉफी के बागान, रोमांचक खेलों की जगह आदि इसे पर्यटकों के लिए बेहतर स्थान बनाती हैं। 

कुर्ग के पर्यटन स्थलों (Tourist Places of Coorg) में मंदिकेरी, कुशालनगर, तिब्‍बती गोल्‍डन मंदिर, ओमकारेश्‍वर मंदिर चिलावारा फॉल्‍स, बाइलाकुप्पे, तालकावेरी, होनामाना केरे और मंडलपट्टी आदि प्रमुख हैं। सैर सपाटे के अलावा कई रोमांचक गतिविधियों जैसे ट्रैकिंग, रिवर राफटिंग आदि का आनंद भी लिया जा सकता है। ब्रह्मागिरि पहाड़ी, पुष्‍पागिरि हिल आदि जगहों पर ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध होती है। 

कुर्ग में पर्यटकों के लिए एक और चीज काफी प्रसिद्ध है और वह है कॉफी। यहां से बेहतरीन क्वालिटी की कॉफी अवश्य खरीदनी चाहिए। पर्यटन के साथ यह जगह शांति की तलाश में घूमने वाले पर्यटकों के लिए भी शानदार जगह है। 

कोडगु के बारे मे -

कोडगु या कुर्ग से पर्यटक कॉफी और मसाले खरीद सकते हैं। कुर्ग की इस खास पहचान को अपने साथ ले जाना जैसे यहां की खूशबू को साथ ले जाने के समान है। कॉफी के अलावा यहां की चॉकलेट और चाय भी काफी प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहां से पारंपरिक पोशाक, मेवे, सजावटी सामान, कुर्ग शहद आदि भी खरीदा जा सकता है। 

कोडगु की यात्रा सुविधाएं -

  • कोडगु के अगर मंदिरों में दर्शन करते समय दान करने की इच्छा प्रकट हो, तो दानपेटी में ही दान दें

  • यहां रोमांचक गतिविधियों के दौरान सावधानी बरतें

  • इस खूबसूरत जगह की सैर करते समय कैमरा साथ रखें, ताकि यहां बिताए हुए यादगार पलों को कैद किया जा सके

  • कुर्गकी यात्रा से पहले, होटल बुकिंग और यात्रा टिकट सुनिश्चित करें

  • बाजार में खरीदारी या घूमते समय जेबकतरों से सावधान रहें

  • यहां के विशेष व्यंजन का स्वाद जरूर लें

कोडगु का इतिहास -

स्थानीय लोगों के अनुसार, कुर्ग या कोडगु शब्द की उत्‍पत्ति को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। कुछ लोगों के अनुसार कोडगु शब्‍द की उत्‍पत्ति क्रोधादेसा से हुई है, जिसका अर्थ 'कदावा जनजाति की भूमि' माना जाता है लेकिन कुछ लोग मानते हैं कि कोडगु, कोड (देना) और अव्‍वा (माता) से मिलकर बना है, जिसकी वजह से इस स्थान को माता कावेरी को समर्पित माना जाता है। इतिहासकार मानते हैं कि यह शहर आठवीं शताब्दी में बसा। यहां लगभग 8वीं सदी से लेकर 14वीं सदी तक चोल, कदम्‍ब, चालुक्‍य, होयसाल, विजयनगर आदि साम्राज्यों का शासन रहा। 

सन 1834 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ प्रसिद्ध कुर्ग युद्ध यहीं हुआ था। इस युद्ध में ब्रिटिश सरकार की जीत हुई और उन्होंने यहां सन 1947 तक राज किया। युद्ध के दौरान यहां के राजा चिक्का वीरराजेंद्र (Chikka Virarajendra) थे। 1956 में राज्‍यों के पुर्नगठन के समय कुर्ग को मैसूर के पूर्व राज्यों में शामिल कर दिया गया था। 1950 से 1956 के दौरान प्रशानिक कार्यों के लिए कोडगु के स्थान पर कुर्ग शब्द का इस्तेमाल होता था। बाद में मैसूर का कर्नाटक में विलय हो गया और कोडगु को इसके पुराने नाम के साथ एक जिला बना दिया गया।

कोडगु की सामान्य जानकारी -

  • राज्य- कर्नाटक

  • स्थानीय भाषाएं- कन्नड़, कोडव तक्क और अंग्रेजी

  • स्थानीय परिवहन- ऑटो, रिक्शा, बस, टैक्सी 

  • पहनावा- कुर्ग में महिलाएं साड़ी पहनती हैं। यहां साड़ी पहनने का तरीका थोड़ा अलग होता है। इसके साथ ही यहां महिलाएं कुछ पारंपरिक गहने जैसे जोमलाय (Jomalae), कोक्केथठी (Kokkethathi) पहनती हैं। पुरूष, कुप्यास (Kupyas) नाम की एक खास पोशाक पहनते हैं। यह पोशाक आधी बाजू और घुटने तक का लंबा कोट है, जिसे पूरी बाजू की सफ़ेद कमीज के ऊपर पहना जाता है। इसके अलावा यहां पुरुष पेंट-शर्ट और महिलाएं सूट-सलवार भी पहनती हैं

  • खान-पान - कोडगु या कुर्ग में कदावा जनजाति काफी रहती है जिनके खाना बनाने का तरीका थोड़ा अलग है। यह लोग खाने में मांसाहारी खाने का प्रयोग अधिक करते हैं। मीनू सारू (मछली पकवान), पंडी करी (चिकन से बना व्यंजन), पोट्टू (Pottu), कडबू आदि यहां के स्थानीय व प्रसिद्ध व्यंजन हैं। इसके अलावा यहां की स्पेशिलिटी है कॉफी

कोडगु कैसे पहुंचें -

  • हवाई अड्डा - By Flight

कोडगु का सबसे नजदीकी हवाई- अड्डा मैसूर एयरपोर्ट (लगभग 120 किलोमीटर दूर) और मंगलौर हवाई अड्डा (लगभग 135 किलोमीटर दूर) है। दोनों एयरपोर्ट से बस या कार के द्वारा मंजिल तक पहुंचा जा सकता है।

  • रेलवे स्टेशन - By Train

मैसूर जंक्शन कोडगु शहर का नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं, जहां से कोडगु जाने के लिए टैक्सी, बस या निजी वाहन आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलावा थालास्सेरी (Thalassery Railway Station) कन्नूर व हस्सन (Hassan Railway Station) कोडगु के निकटतम रेलवे स्टेशन हैं। 

  • सड़क मार्ग - By Road

कोडगु शहर, देश के दूसरे बड़े व महत्त्वपूर्ण शहरों से कई राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा जुड़ा हुआ है। सड़कमार्ग से कोडगु जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 17 और 209 का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त राज्य परिवहन निगम ने भी राज्य बस सेवा का इंतजाम किया है।

कोडगु घूमने का समय -

कोडगु या कुर्ग घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उत्तम है। इसके अलावा मार्च से अप्रैल के महीने में यहां की घाटियों में सफ़ेद फूल देखने को मिलते हैं। इस दौरान ऐसा लगता है मानो घाटी सफेद फूलों से ढक गई हो। जून से सितंबर के बीच यहां भारी बरसात के चलते यात्रा में परेशानी हो सकती है, इसलिए जून से सितंबर के महीने में कुर्ग की यात्रा करने से बचना चाहिए।

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