गोलकुंडा किला आंध्र प्रदेश राज्य के हैदराबाद शहर से 11 किमी दूर एक छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है। तेलगु भाषा में गोलकुंडा का अर्थ गड़रिये की पहाड़ी होता है। कहा जाता है कि एक गड़रिये ने इस किले को बनाने का सुझाव दिया था। काकतीय राजाओं द्वारा बनवाया गया यह किला बहुत समय तक कुतुबशाही राजाओं के अधीन रहा उन्होंने ही इसे नया रूप दिया था। किले में नौ दरवाज़े हैं जिनमें फतेह दरवाजा मुख्य है। इस किले में ध्वनि और प्रकाश (sound and light) का शो होता है जिसके द्वारा किले के इतिहास को बताया जाता है।