ताज बावड़ी का निर्माण अली आदिल शाह (1557–1580) ने कर्नाटक राज्य के बीजापुर शहर के समीप कराया था। इस बावड़ी का नाम उन्होंने अपनी बीवी चांद बीवी के नाम पर रखा था। जब कई लोगों ने विजयनगर साम्राज्य के पतन के बाद बीजापुर शहर में अपना नया बसेरा बसाया था, तब आदिल शाह ने लोगों की जरूरतों को समझते हुए इस बावड़ी के निर्माण का आदेश दिया था। इस बावड़ी में 20 लाख लीटर पानी के भणडार रखने की क्षमता है। गर्मियों के मौसम में यह बावड़ी आज भी यहां के स्थानीय लोगों की प्यास बुझाने का काम करती है।