जहाँ योग से एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन की कामना की जा सकती है वहीँ संगीत इंसान को मानसिक शांति और आराम देता है और जब बात हो शास्त्रीय संगीत की, तो मन का उत्साहित होना लाज़मी है। इन दोनों विद्याओं के संगम से बना है अंतर्राष्ट्रीय योग और संगीत उत्सव (International Yoga & Music Festival)।
नवम्बर 2008 से हर साल नाड योग संगठन (Nad Yoga Trust) द्वारा निःशुल्क अंतर्राष्ट्रीय योग और संगीत समारोह आयोजित किया जाता है। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसका उद्देश्य लोगों तक योग और संगीत का ज्ञान पहुँचाना है। दुनिया की योग राजधानी (World Capital of Yoga) के नाम से प्रसिद्ध ऋषिकेश (Rishikesh) के नाडा योग विद्यालय, स्वर्गाश्रम में प्रत्येक वर्ष 1 से 7 नवम्बर तक इस उत्सव का आयोजन किया जाता है।
लोगों तक यह निस्वार्थ सेवा पहुँचाने का जिम्मा होता है स्थानीय और विदेशी पेशेवर शिक्षकों का। योग के कई आसन व मुद्राएँ जैसे- अष्टांग, हठ, आयंगर, क्रिया, नाड आदि के साथ ही पर्यटकों को शास्त्रीय संगीत के गुर सीखने का भी मौका मिलता है।
प्रख्यात योगी, उनके व्याख्यान और आयुर्वेद इस महोत्सव को सम्पूर्ण बनाते हैं। सात दिनों के इस उत्सव की हर शाम कुछ नया और रोमांचक लेकर आती है। शास्त्रीय संगीत के साथ आधुनिक गीत-संगीत, कीर्तन, मंत्र उच्चारणों से सजी शाम ऋषिकेश के धार्मिक माहौल में कुछ इस तरह से विलीन हो जाती है कि मानों हर वस्तु सजीव हो झूमने लगती है।
अगर आप भी संगीत और योग में रुचि रखते हैं तो अंतर्राष्ट्रीय योग और संगीत महोत्सव आप ही के लिए है। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के साथ शामिल हो जाएँ सात दिन के इस यादगार सफ़र में, जहाँ से लौटने पर आप स्वयं को यक़ीनन ताज़गी, नई स्फूर्ति और सकारात्मकता से भरपूर पाएंगे।