नैनी झील के बारे में जानकारी - Nainital Lake in Hindi

नैनी झील के बारे में जानकारी - Nainital Lake in Hindi

झीलों के शहर नैनीताल का मुख्य आकर्षण है "नैनी झील" (Naini Lake)। शहर के बीचों-बीच स्थित यह झील हरे-भरे पहाड़ों से घिरी है। पर्यटक यहाँ बोटिंग और झील के निकट नैना देवी में माँ नैना देवी (Naina Devi) के दर्शन कर सकते हैं।
झील के उत्तरी किनारे को मल्लीताल (Mallital) और दक्षिणी किनारे को तल्लीताल (Tallital) कहते हैं। इस ताल के पानी की भी अपनी विशेषता है। गर्मियों में इसका पानी हरा, बरसात में मटमैला और सर्दियों में हल्का नीला हो जाता है। रात के समय बल्ब की रोशनी के प्रतिबिम्ब झील की सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं। 

नैनी झील का इतिहास - History of Naini Lake in Hindi

नैनी झील को त्रि-ऋषि सरोवर भी कहा जाता है। श्री स्कन्द पुराण के मानस खंड के अनुसार तीन ऋषियों अत्री, पुलस्त्य और पुलाह ने इस झील का निर्माण किया था। अपनी तीर्थ यात्रा के मार्ग में तीनों को बहुत प्यास लगी लेकिन कहीं जल न मिलने पर उन्होंने एक गड्ढा कर उसमें मानसरोवर का जल भर दिया जिसके फलस्वरूप नैनी झील का निर्माण हुआ।

नैनी झील मे क्या देखे -

कहा जाता है कि पहले नैनीताल में करीब 60 तालें अथवा झीलें थी इसलिए इसे "झीलों का शहर" (City of Lakes) कहा जाता था लेकिन समय के साथ-साथ बढती आधुनिकता में वनों की कटाई और प्रदुषण से अधिकतम झीलें सुख गई।

नैनी झील सलाह -

  • अपने साथ हमेशा आईडी प्रूफ रखें।
  • झील में तैरना माना है।
  • पॉलीथिन का प्रयोग पूरे नैनीताल शहर में वर्जित है।
  • बोटिंग करते समय झील को गंदा न करें, इसके लिए जुर्माना देना पड़ सकता है।

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