चिथिरई उत्सव, तमिलनाडू राज्य के मदुरई शहर का विश्व प्रसिद्ध उत्सव है। प्रत्येक वर्ष करीब 12 दिनों तक धूमधाम से मनाये जाने वाले इस उत्सव में लाखों की संख्या में पर्यटक शामिल होते हैं। मदुरई के प्रमुख मंदिरों में से एक श्री मीनाक्षी अम्मान मंदिर में यह उत्सव आयोजित किया जाता है। पौराणिक कथा अनुसार, भगवान कल्लाज्हागा (श्री विष्णु के अवतार) सोने के घोड़े पर सवार होकर अपनी बहन मीनाक्षी (माँ पार्वती की अवतार) और भगवान सुन्दरेश्वर (शिवजी के अवतार) की शादी में यहाँ आये थे।
चिथिरई उत्सव के विशेष आकर्षणों में देवी मीनाक्षी का राज्याभिषेक, देवी देवताओं की रथ-यात्रा तथा देवी मीनाक्षी और भगवान सुन्दरेश्वर की शादी है। इस त्यौहार के दौरान मदुरई के निकट स्थित अलगर कोविल मंदिर से भगवान कल्लाज्हागा की प्रतिमा को सोने के घोड़े पर मदुरई लाया जाता है। पर्व की समाप्ति पुनः भगवान कल्लाज्हागा के अलगर कोविल लौटने के साथ होती है।
मदुरई हवाईअड्डे व मदुरई जंक्शन से पर्यटक टैक्सी, ऑटो रिक्शा या बस द्वारा श्री मीनाक्षी अम्मान मंदिर पहुँच सकते हैं।