तमिलनाडु राज्य का दूसरा सबसे पुराना व बड़ा शहर मदुरई या मदुरै, वैगै नदी के तट पर स्थित है। इस शहर को “पूर्व का एथेंस” (athens- greece’s capital) भी कहा जाता है। मदुरै नाम ‘मधुर’ से निर्मित है जिसका शाब्दिक अर्थ मीठा या मिठास है। मदुरै को माता पार्वती का जन्मस्थान माना जाता है और यह भी कहा जाता है कि भगवान शिव इसी जगह माता पार्वती से विवाह करने आए थे। एक अन्य मान्यतानुसार भगवान शिव ने इस नगरी पर अमृत की वर्षा की थी, जिसके फलस्वरूप इस नगरी का नाम मदुरै (मधुर) रखा गया। यह शहर मंदिरों की लिए काफी लोकप्रिय है यहाँ का प्रसिद्ध श्री मीनाक्षी मंदिर में दूर दूर से लोग आते हैं।
मदुरै हवाई अड्डा, शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। मदुरै रेलवे जंक्शन यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन है। दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों से मदुरै के लिए बस सेवाएँ उपलब्ध हैं, पेरियार बस अड्डा और मत्तुथावानी बस अड्डे से पर्यटक सड़कमार्ग द्वारा शहर पहुँच सकते हैं।
अक्टूबर से मार्च के महीनों के बीच मदुरै की यात्रा करना उचित है क्योंकि इस दौरान यहाँ का मौसम ठंडा और खुशनुमा होता है।