ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की नगरी से मशहूर जूनागढ़ में प्रकृति का एक और खजाना देखने लायक है और वह है "चोरवाड़ बीच"। एक साफ और शांत समुद्री तट होने के साथ चोरवाड़ अपने अंदर इतिहास के कई पन्नों को समेट कर चलता है। यहां का पानी छिछला और किनारा पथरीला है जिसकी वजह से लोग यहां तैराकी नहीं करते। इस शांत और साफ समुद्र तट पर मौज-मस्ती के लिए कई साधन मौजूद हैं। हालांकि यह स्थान तैराकी के लिए असुरक्षित माना जाता है लेकिन बोटिंग, पैरा सैलिंग, स्कीइंग आदि के लिए यह उपयुक्त जगह है। यहां समुद्र के किनारे सुनहरी रेत पर घुड़सवारी का आनंद भी लिया जा सकता है। समुद्र तट के पास स्थित शाही महल और कीर्ति मंदिर (Kirti Mandir) देखने की कुछ आकर्षक जगहें हैं।
माना जाता है कि चोरवाड़ समुद्र तट के पास कभी जूनागढ़ के नवाब रहा करते थे। समुद्र तट की कुछ ही दूरी पर एक शाही महल है, इस महल का निर्माण 1930 में किया गया था। इस महल में जूनागढ़ रियासत के नवाब साहेब मोहब्बत खान रहते थे। अब इस महल को एक लग्जरी बीच रिसोर्ट में बदल दिया गया है।
चोरवाड़ बीच आने वाले पर्यटक कीर्ति मंदिर अवश्य जाते हैं। कहा जाता है कि यह महात्मा गांधी का घर था। आज इस स्थान पर एक म्यूजिम बना दिया गया है जहां गांधीजी से जुड़ी चीजें रखी गई हैं।
समुद्र तट का किनारा बेहद पथरीला है इसलिए तैराकी ना करें अन्यथा चोट लग सकती है।
एडवेंचर स्पोर्ट्स में हिस्सा लेते समय सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखें।
हाई टाइड के समय समुद्र में जाने से बचें।
यात्रा के दौरान अपने साथ पहचान पत्र अवश्य साथ रखें।