मध्य प्रदेश राज्य के बालाघाट जिले में स्थित "हट्टा बावली" का निर्माण 17-18वीं सदी में हुआ था। ब्रिटिश साम्राज्य के शासन के दौरान हट्टा गांव जमींदारी का प्रमुख केन्द्र हुआ करता था। इस बावड़ी का निर्माण देवगढ़ के गोंड राजा द्वारा चट्टानों को काटकर करवाया गया था। करीब दस खम्बों सहित बावली के प्रवेश द्वार पर शिव और अंबिका की श्रीफल पकड़े दो सुंदर मूर्तियां चित्रित हैं।